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रात…

guzarish
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सूरज का यूं ढलना
और दबे पांव तेरा यूं आना
हौले हौले अंधेरे से पहले
लालिमा का अहसास कराना
ना कलरव पक्षियों का
न जगत की मिथ्या बातें
ओझल होती पलकों में
बस जागे जज्बातें
जो झपक जाएं पलकें
आने लगे ख्वाबों की पंगत
कभी कभी दिख भी जाएं
काले अंधेरे में नीली रंगत
इन ख्वाबों में हम-तुम रहे साथ
सच में, अद्भुत अहसास है रात
@परमेश्वर शर्मा
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अर्थ – नीली रंगत : अक्सर जवानी की दहलीज पर ख्वाबों में आने वाली ब्लू डिजायर्स

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